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Board Exam: 10th & 12th board Exam रद कर दिया गया _ 2021.
10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं फरवरी 2021 में होने वाली थी जो केंद्रीय शिक्षा मंत्री द्वारा रद्द कर दी गई है ।
आपको बता दें कि मंगलवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने तत्काल मीटिंग की और एग्जाम को लेकर काफी देर तक मीटिंग जारी रही . जिसमें कई अलग अलग राज्य के शिक्षा मंत्री भी शामिल थे. और केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ने बताया कि भारत में कोविड-19 का असर हमारे देश के सभी छात्र एवं छात्राएं की ऊपर पड़ा है।
कोविड-19 अथवा लॉकडाउन के कारण हमारे देश की सभी राज्यों की स्कूल कॉलेज इत्यादि बंद कर दिया गया था जिसके कारण हमारे देश की सभी छात्र एवं छात्राएं की पर्याप्त शिक्षा नहीं मिल पाई।
उन्होंने बताया कि प्रैक्टिकल परीक्षाएं January में लिए जाते है और फाइनल Exam फरवरी और मार्च महीने में लिए जाते है। यदि हम इन बातों को ध्यान में नहीं रखेंगे कि हमारे देश मेंं कोविड-19 है यदि एक बार छात्रों में फैल गया तो इसे कंट्रोल करना नामुमकिन होगा और इससे बेहतर होगा की 10वीं और 12वीं की परीक्षा कुछ दिनों के लिए रोक दी जाए परीक्षाएं शुरू करने से पहले एक बार हम चर्चा कर लेंगे और जब भी परीक्षाएंं शुरू होगी तो मार्च महीने के बाद शुरू होगा।
और आप बता दें कि जो जो विचार भारतीय शिक्षा मंत्री द्वारा किया गया है उस सिर्फ सीबीएसई के लिए किया गया है अथवा कई अलग राज्य के लिए भी लागू किया गया है और बात करे बिहार बीएसईबी का। तो BSEB का डेटशीट जारी कर दिया गया है और इसके लिए अभी कोई चर्चा नहीं हुआ है कि बिहार के दसवीं और बारहवीं की ली जाने वाली परीक्षाएं की डेट आगे बढ़ेगी या नहीं इस बात को लेकर भी चर्चा नहीं किया गया है आपको बता दें कि बिहार ही एक ऐसा राज्य है जो दसवीं और बारहवीं की डेटशीट जारी किया है अथवा प्रैक्टिकल एडमिट कार्ड भी जारी कर दिया है और इसे पता चलता है कि BSEB का एग्जाम फरवरी में होगा।
BSEB का छात्र एवं छात्राएं परीक्षा को लेकर हुए चिंतित।
आपको बता दें कि बिहार में होने वाली दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं फरवरी 2021 में होने वाला है और इस बात को लेकर छात्रों को चिंता सता रहा है कि उनका परीक्षा सफल होगा या नहीं क्योंकि COVID-19 की वजह से सभी स्कूल और कॉलेज कुछ दिनों के लिए बंद कर दिया गया था यही नहीं प्राइवेट कोचिंग भी बंद कर दिया गया था जिसके कारण छात्रों को पर्याप्त शिक्षा नहीं मिल पाई।
और बिहार बोर्ड ने इस बात को ध्यान में ना रख कर सीधे एग्जाम लेने की घोषणा कर दी और इसी बात को लेकर छात्रों में हड़कंप मच गया read more
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